अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

ब्‍लोगिंग करे तो कैसे करें?

Written By: AjitGupta - Jun• 25•12

 

जब नेट आपको बाध्‍य कर दे कि आप ब्‍लाग की गली में प्रवेश नहीं कर सकते तो आप कैसे तोड़ पाएंगे इस तिलिस्‍म को? फेसबुक पर अपनी समस्‍या बतायी थी तो पाबलाजी ने बताया कि बीएसएनएल के कारण समस्‍या उत्‍पन्‍न हुई है लेकिन जब बीएसएनएल से बात करते हैं तो कहते हैं कि हमारी यह समस्‍या नहीं है। अब आम उपभोक्‍ता क्‍या करे? अभी एक सप्‍ताह‍ पूर्व तक पुणे में थी और वहाँ टाटा फोटोन्‍स का कनेक्‍शन था, ब्‍लाग भी खुल रहे थे लेकिन जैसे ही उदयपुर आकर ब्राडबेण्‍ड खोला ब्‍लागस्‍पाट की कोई भी साइट ओपन नहीं हुई। गूगल रीडर में कुछ ब्‍लाग पढ़ सकते हैं लेकिन टिप्‍पणी नहीं कर सकते। इसलिए किसी के भी ब्‍लाग पर टिप्‍पणी नहीं कर पा रही हूँ। अब तो ऐसे लगने लगा है जैसे मुझे किसी ने जीवन की मुख्‍यधारा से ही काट दिया हो। आपके पास इस समस्‍या का और कोई समाधान हो तो वह भी बताएं।

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21 Comments

  1. धैर्य रखें, गूगल बाबा भी धैर्य की परीक्षा लेता है.

  2. आपको शुभकामनायें !

  3. रवि says:

    गूगल DNS प्रयोग कर देखें. शायद आपकी समस्या सुलझ जाए.

    पूरा विवरण यहाँ https://developers.google.com/speed/public-dns/docs/using दर्ज है.

    संक्षिप्त विवरण नीचे नकल-चेपी है –

    Changing DNS server settings on Microsoft Windows 7
    Go the Control Panel.
    Click Network and Internet, then Network and Sharing Center, and click Change adapter settings.
    Select the connection for which you want to configure Google Public DNS. For example:
    To change the settings for an Ethernet connection, right-click Local Area Connection, and click Properties.
    To change the settings for a wireless connection, right-click Wireless Network Connection, and click Properties.
    If you are prompted for an administrator password or confirmation, type the password or provide confirmation.
    Select the Networking tab. Under This connection uses the following items, select Internet Protocol Version 4 (TCP/IPv4) or Internet Protocol Version 6 (TCP/IPv6) and then click प्रोपेर्तिएस.
    Click Advanced and select the DNS tab. If there are any DNS server IP addresses listed there, write them down for future reference, and remove them from this window.
    Click OK.
    Select Use the following DNS server addresses. If there are any IP addresses listed in the Preferred DNS server or Alternate DNS server, write them down for future reference.
    Replace those addresses with the IP addresses of the Google DNS servers:
    For IPv4: 8.8.8.8 and/or 8.8.4.4.
    For IPv6: 2001:4860:4860::8888 and/or २००१:4860:4860::8844
    Restart the connection you selected in step 3.

    • AjitGupta says:

      धन्‍यवाद रवि जी, मैं यह भी करके देखती हूं वैसे मेरे सर्विस इंजीनियर ने काफी कुछ करके देखा था। लेकिन शायद यह प्रयोग नहीं किया था।

    • AjitGupta says:

      रवि जी आपका बहुत बहुत आभार। ब्‍लागस्‍पाट ओपन हो गया है।

  4. Digamber says:

    कोशिश करते रहें शायद कुछ समाधान निकल आए …

  5. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार २६/६ १२ को राजेश कुमारी द्वारा
    चर्चामंच पर की जायेगी

  6. dr t s daral says:

    शायद टेम्पलेट बदलने से कम बन जाये !

  7. आपकी पोस्ट्स पढ़ने की बेकरारी है, और अपने पास शुभकामनाएं हैं, देखिये शायद ये भी कुछ काम आ जाएँ:)

  8. समस्या तो है….. 🙁

  9. बड़ी समस्या है, आपका सर्वर ही रोक रहा है इसे।

  10. हम तो कुछ दिन विश्राम का हल ही सुझा सकते हैं.

  11. बड़ा गड़बड़झाला है। इतनी तकनीकी समस्या आएगी, ब्लोगिंग में, सोचा न था।
    हमने तो फटोन, एअयरटेल और ब्रॉडबाइंड सब ले रखा है, जिससे जब चलने लगे चला लेता हूं।

  12. रवि रतलामी जी या अन्य कोई स्पेस्लिस्ट ही आपकी मदद कर सकता है… अपुन तो सिर्फ शुभकामनाएं दे सकते हैं…

  13. घायल की गति घायल जाने तेरे (ब्लॉग )बिन सूने नयन हमारे . ……वीरुभाई परदेसिया .४३,३०९ ,सिल्वर वुड ड्राइव ,कैंटन ,मिशिगन ४८ ,१८८
    ब्लॉग वापसी भाई .

  14. पूरी सहानुभूति है -आशा कर रही हूँ कि शीघ्र ही बात बन जाये !

  15. AjitGupta says:

    आप सभी को सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आदरणीय रवि रतलामीजी के सहयोग और मार्गदर्शन से मैं ब्‍लागस्‍पाट ओपन कर पा रही हूं। कल से ही विगत की छूटी पोस्‍ट पढ़ने में लगी हूँ, जब सम्‍पूर्ण पोस्‍ट पढ़ लूंगी तभी अपना कुछ नया दूंगी। आप सभी का आभार।

  16. कभी कभी इश्वर द्वारा दिए गए इस आराम नेमत का भी परिवार के साथ आनंद
    उठाने में कोई बुराई नहीं है.हालाँकि अपनी दुनियां से कटना अखरता हैं .
    शेष हरि इच्छा .

  17. क्या बताये?
    हम भी इस समस्या के यदा-कदा रूबरू होते रहे हैं।
    अन्ततः हमने अपना फोन कटवा दिया और पुनः बड़े बेटे के नाम से नाम से नया फोन संयोजन लिया। पेमेंट मोड वार्षिक करा लिया। अब नेट ठीक चल रहा है। चूँकि बड़ा पुत्र राजकीय सेवा में है इसलिए ब्रॉडबैंड पर २० प्रतिशत की भी छूट मिल गई।

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