कल रिमोट को आगे-पीछे करते एक श्रेष्ठ कार्यक्रम पर आकर तलाश रूक गयी, देखा एक सम्भ्रान्त महिला अपने मन को दर्शकों के सामने अभिव्यक्त कर रही थी, पेशे से चिकित्सक थी और 71 वर्ष की आयु में भी दुनिया भर में अपनी सेवाएं दे रही थी, उनकी अन्तिम पंक्ति थी की मैं कभी रिटायर्ड नहीं […]
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यही अन्तर है पूरब और पश्चिम का
कभी-कभी ऐसा भी होता है जब आपके पास कहने को या लिखने को कुछ होता है लेकिन आप लिख ही नहीं पाते हैं! बस यही सोचकर रह जाते हैं कि पहले नकारात्मक पक्ष लिखा जाए या पहले सकारात्मक पक्ष, और इसी उधेड़बुन में गाड़ी छूट जाती है। खैर आज सोच ही लिया की अब और […]
Read the rest of this entry »अद्भुत रिटर्न पॉलिसी
अद्भुत रिटर्न पॉलिसी अभी अमेरिका में सर्दी का मौसम था, जबकि जून-जुलाई में भी हल्की सर्दी रहती ही है, लेकिन तब वहाँ कोई स्वेटर नहीं पहनता है। हम जैसे लोग स्वेटर पहनेंगे भी तो चाहकर भी नये स्वेटर खरीदे नहीं जाते क्योंकि बाजार में उपलब्ध ही नहीं है। लेकिन इस बार हमारी यात्रा में सर्दी […]
Read the rest of this entry »रोटियाँ बनाम टोटियाँ
मक्की की रोटी यदि आपको नए कलेवर के साथ मिले तो आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे और पूछ ही लेंगे कि यह क्या है? बताया गया कि यह टोटियाँ हैं। हमने कहा कि रोटियां हैं और मेक्सीकन ने कहा कि टोटियाँ हैं। इतिहास के पन्ने पल्टेंगे तो पाएंगे कि भारतीयों ने मेक्सिको तक व्यापार किया […]
Read the rest of this entry »सेल्यूट अमेरिका को
अमेरिका में एक दिन बेटा डाक देख रहा था, अचानक उसके माथे पर चिन्ता की लकीरे खिंच गयी, मैंने पूछा कि क्या खबर है? उसने बताया कि सरकारी चिठ्ठी है, अब तो मेरा भी दिल धड़कने लगा कि यहाँ अमेरिका में सरकारी चिठ्ठी का मतलब क्या है? लेकिन जब उसने बताया तो देश क्या होता […]
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