अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

Archive for March 11th, 2018

अपनी रोटी से ही तृप्ति

अपनी रोटी से ही तृप्ति कभी मन हुआ करता था कि दुनिया की हर बात जाने लेकिन आज कुछ और जानने का मन नहीं करता! लगने लगा है कि यह जानना, देखना बहुत हो गया अब तो बहुत कुछ भूलने का मन करता है। तृप्त सी हो गयी मन की चाहत। शायद एक उम्र आने […]

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