अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

Archive for June, 2018

विश्वास बड़ी चीज है

विश्वास बड़ी चीज होती है, लेकिन यह बनता-बिगड़ता कैसे है, इसका किसी को पता नहीं। शतरंज का खेल सभी ने थोड़ा बहुत खेला होगा, खेला नहीं भी हो तो देखा होगा, इसमें राजा होता है, रानी होती है, हाथी होता है घोड़ा होता है, ऊँट है तो पैदल भी हैं। सभी की चाल निश्चित है, […]

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रानी की खीर में लाल चावल

एक लघु कथा याद आ रही है, आपको भी सुनाए देती हूँ – एक महारानी थी, उसे देश के विद्वानों का सम्मान करने और उन्हें भोजन पर आमंत्रित करने का शौक था। उनके राज्य में एक दिन अपने ही मायके के एक विद्वान आए, उन्होंने अपनी आदत के अनुसार उन्हें भोजन पर आमंत्रित किया और […]

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हिन्दुस्थान फिर गुलाम होने लगता है

ईसा से 350 साल पहले एलेक्जेन्डर पूछ रहा था कि हिन्दुस्थान क्या है? यहाँ के लोग क्या हैं? लेकिन नहीं समझ पाया! बाबर से लेकर औरंगजेब तक कोई भी हिन्दुस्थान को समझ नहीं पाए और अंग्रेज भी समझने में नाकामयाब रहे। शायद हम खुद भी नहीं समझ पा रहे हैं कि हमारे अन्दर क्या-क्या है! […]

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जय कन्फ्यूज्ड देवा

हम भारतीयों की एक आदत है और अमूमन सब की ही है। आप पूछेंगे क्या! अजी बताते हैं। किसी भी बात में अपना थूथन घुसाना और कैसी भी गैर जिम्मेदाराना अपनी राय देना। राय देते-देते दूसरे पर हावी हो जाना और हाथापाई तक पर उतर जाना। मीडिया पर यह खेल रोज ही खेला जाता है […]

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दस का दम

कल दस का दम सीरियल देखा, सलमान खान इसे होस्ट कर रहे हैं। बड़ी निराशा हुई सीरियल देखकर, सलमान की ऊर्जा जैसे छूमंतर हो गयी हो! नकली हँसी, दबी सी आवाज, दण्ड के नीचे दबे से लगे सलमान! लेकिन सलमान के परे इस सीरियल पर मेरी दृष्टि में बात करना बनता है। सीरियल में पूछे […]

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