अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

Archive for January 17th, 2019

पाई-पाई बचाते हैं और रत्ती-रत्ती मन को मारते हैं

कल ज्वैलर की दुकान पर खड़ी थी, छोटा-मोटा कुछ खरीदना था। मुझे जब कुछ खरीदना होता है तब मैं अपनी आवश्यकता देखती हूँ, भाव नहीं। मुझे लगता है कि भाव देखकर कुछ खरीदा ही नहीं जा सकता है। अपना सामान खरीदते हुए ऐसे ही सोने के आज के भाव पर बात आ गयी, क्योंकि सोने […]

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