अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

Archive for the 'समाजिक सरोकार' Category

मन से पंगा कैसे लूँ, यह अपनी ही चलाता है – अजित गुप्‍ता

यह मन भी क्‍या चीज है, न जाने किस धातु का बना है? लाख साधो, सधता ही नहीं। कभी लगता है कि नहीं हमारा मन हमारे कहने में हैं लेकिन फिर छिटककर दूर जा बैठता है। अपने आप में मनमौजी होता है “मन”। ना यह हमारी परवाह करता है और ना ही हम इसकी परवाह […]

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दुनिया में बहुत रास्‍ते हैं बेईमानी के अलावा – अजित गुप्‍ता

इस ब्‍लाग जगत के जाने माने ब्‍लागर श्री अनुराग शर्मा ( स्‍मार्ट इंडियन) की अभी एक पोस्‍ट आयी थी – शिक्षा और ईमानदारी। मेरी टिप्‍पणी निम्‍न थी –  ajit gupta said… सच तो यह है कि कुछ बेइमानों ने सारे भारत को बदनाम कर रखा है। वे ही प्रचारित करते हैं कि बिना बेईमानी कुछ नहीं […]

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जिन्‍दगी का यह कौन सा पाठ है? – अजित गुप्‍ता

आज सुबह रश्मि रविजा जी से चेट पर मुलाकात हो गयी, पूछने लगी कि पुणे में कैसे बीत रही है? मैने कहा कि लग रहा है कि भगवान ने किसी ट्रेनिग पर भेजा है। आप लोग कहेंगे कि एक मॉं अगर अपनी बेटी के घर आकर रहे तो भला इसमें काहे की ट्रेनिंग? लेकिन आप […]

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सपनों के बिना जीते हैं महानगरों में घरेलू नौकर – अजित गुप्‍ता

कई दिनों से पुणे में हूँ, कुछ दिनों तक नेट उपलब्‍ध्‍ा नहीं हुआ तो ब्‍लाग पर झांकने का भी अवसर नहीं मिला। अब एक दो दिन से नेट के दर्शन हुए हैं, आप लोगों की कुछ पोस्‍ट भी पढने का अवसर मिला है लेकिन अभी टिप्‍पणी नहीं कर पायी। आजकल में व्‍यवस्थित होने का प्रयास […]

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छोटी-छोटी खुशियां और बड़े-बड़े गम – अजित गुप्‍ता

भारत में छोटी-छोटी खुशियों को लेकर हम नाच उठते हैं, दूसरों को बताने के लिए धड़ाधड़ फोन मिलाते हैं। यह भी नहीं देखते कि इस समय फोन करना उचित नहीं है। लेकिन हमारे यहाँ खुशियां छोटी-छोटी ही हैं तो हम खुश होने का मौका छोड़ते नहीं। एक मेरी मित्र हैं, अमेरिका गयी थी। वे बता […]

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