सम्मान भी क्या चीज है, अच्छे-अच्छे समझदारों को पगला बना देती है। एक कलाकार कोणार्क का सूर्य मन्दिर गढ़ता ही रहा, क्यों? अपनी अनुपम कलाकृति के लिए सम्मान पाने के लिए! न जाने कितने कलाकार इस धरती पर कभी अजन्ता बनाते रहे तो कभी एलोरा, कभी पहाड़ की ऊंची चोटी पर जाकर एक ही पत्थर […]
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