अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

पुत्र-वधु, परिवार की कुलवधु या केवल पुत्र की पत्‍नी?

  पुत्र के विवाह पर होने वाली उमंग से कौन वाकिफ नहीं होगा? घर में पुत्र-वधु के रूप में कुल-वधु के आने का प्रसंग परिवारों को रोमांचित करता रहा है। माता-पिता को अपनी वधु या बहु आने का रोमांच होता है, छोटे भाई-बहनों को अपनी भाभी का और पुत्र को अपनी पत्‍नी का। परिवार में […]

Read the rest of this entry »