अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

अब तो भईया बूढ़े हो गए, रंग नहीं बस गुलाल ही मल दो

  होली आकर चले गयी। इसबार हम दुनिया जहान से दूर लेकिन अपनों के बीच चले गए। ना फेसबुक और ना ही ब्‍लाग। वापस आकर देखा तो पोस्‍टों का मेला लगा है, सभी अपने तरीके से होली मना रहे हैं। इस होली पर हमने काफी पहले ही कार्यक्रम बना लिया था कि अपनी बहन के […]

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