अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

थाईलैण्‍ड से कम्‍बोडिया की ओर

गतांक से आगे – द्वितीय कड़ी पटाया में हमें एक स्‍थान और दिखाया गया और वह था – ज्‍वेल्‍स फेक्‍ट्ररी। किस प्रकार से हीरे जवाहरात धरती से निकलते हैं, फिल्‍म शो के माध्‍यम से दिखाया गया और फिर कीमती जवाहरात से लदी पड़ी फेक्‍ट्री को दिखाया गया। हीरे-जवाहरात से इतनी सुन्‍दर कलाकृतियां बना रखी थी […]

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हे भगवान! मुझे दुनिया का सबकुछ दे दो

  भगवान का दरबार लगा है, मतलब मन्दिर सजा है। सैकड़ों भक्‍त कतार में लगे हैं। सभी हाथ जोड़े, आँख मूंदे, प्रार्थना कर रहे हैं। भगवान के जो सबसे समीप जा पहुँचा है, वह राजनेता बनने की जुगत बिठा रहा है। हे भगवान बस मुझे एक बार टिकट दिला दे, तो कैसे वारे-न्‍यारे करता हूँ, […]

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