अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

परखनली को तोड़ती पीढ़ी

प्रयोगशाला में जिसप्रकार परखनली स्‍टेण्‍ड में परखनलियों के अन्‍दर अलग-अलग जीवों को रखकर उनपर परीक्षण किया जाता है, बस उसी प्रकार है मनुष्‍य का जीवन भी। हम सब अपनी अपनी परखनलियों में कैद हैं। हमें वहीं करना है, हमें वही बनना है, जो हमारे माता-पिता चाहते हैं। उनकी परखनली में हम कैद रहते हैं। कोई […]

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