अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

विदेश में जीवनसाथी और देश में पति

विदेश में जीवनसाथी और देश में पति हम घर में दोनों पति-पत्नी रहते हैं, गाड़ी एक ही धुरी पर चलती है। दोनों ही एक-दूसरे को समझते हैं इसलिये कुछ नया नहीं होता है। लेकिन जैसे ही हमारे घर में कोई भी अतिथि आता है, हमारे स्वर बदल जाते हैं, हम खुद को अभिव्यक्त करने में […]

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