अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

कहीं हम भी स‍ठिया तो नहीं रहे हैं?

आप लोग न जाने किस किस से डरते होंगे लेकिन मुझे तो अब स्‍वयं से ही डर लगने लगा है। हँसिये मत और ना ही आश्‍चर्य प्रकट कीजिए, बड़े-बूढ़ों ने कहावत ऐसे ही नहीं बनायी थी – साठ साल में सठिया गया है बुढ्ढा। साठ साल पूरा होते ही मन बेचैन रहने लगा है, अपनी […]

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