अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

हर मन में हमने हिंसा को कूट-कूटकर भर दिया है

यह शोर, यह अफरा-तफरी मचाने का प्रयास, आखिर किस के लिये है? एक आम आदमी अपनी रोटी-रोजी कमाने में व्यस्त है, आम गृहिणी अपने घर को सम्भालने में व्यस्त है, व्यापारी अपने व्यापार में व्यस्त है, कर्मचारी अपनी नौकरी में व्यस्त है लेकिन जिन्हें खबरे बनाने का हुनर है बस वे ही इन सारी व्यस्तताओं […]

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