अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

जीवन के दो मूल शब्‍द – अपमान और सम्‍मान (insult & respect)

  मान शब्‍द मन के करीब लगता है, जो शब्‍द मन को क्षुद्र बनाएं वे अपमान लगते हैं और जो शब्‍द आपको समानता का अनुभव कराएं वे मन को अच्‍छे लगते हैं। दूसरों को छोटा सिद्ध करने के लिए हम दिनभर में न जाने कितने शब्‍दों का प्रयोग करते हैं। इसके विपरीत दूसरों को अपने […]

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