अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

Archive for the 'social' Category

हम अक्‍सर “यूज” होते हैं

  मानवीय रिश्‍ते एक-दूसरे के पूरक होते हैं। हर पल हमें एक-दूसरे की आवश्‍यकता रहती है। लेकिन कभी ऐसा लगता है कि फला व्‍यक्ति हमें यूज कर रहा है। अर्थात हमारा उपयोग अपने स्‍वार्थपूर्ति के लिए कर रहा है। कई बार इस सत्‍य को आप जानते भी हैं लेकिन फिर भी आप यूज होते हैं। […]

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