भविष्य की गर्त में छिपा है अमेरिका का भविष्य। ट्रम्प को भारतीय नहीं जानते लेकिन भारतीय एक बात को सदियों से जानते आए हैं और वह है – अपमान। भारतीय अपमान के मायने जानते हैं, वे जानते हैं कि जब चाणक्य का अपमान होता है तो चन्द्र गुप्त पैदा होता है, गाँधी का अपमान होता […]
Read the rest of this entry »जीरो जीव रो बेरी रे, तू मत खाये परण्या जीरो
जीरो जीव रो बेरी रे तू मत खाये परणा जीरो , यह कहावत बचपन से आज तक सुनते आए हैं, लेकिन जीरे से इतना परहेज रखने को क्यों कहा गया समझ नहीं आया। कुछ तो ऐसा है जीरे में जिसकी जांच पडताल भारत से सात समुद्र पार अमेरिका में भी हो रही है। भारत से […]
Read the rest of this entry »समापन खण्ड – विवेकानन्द ने अमेरिका में 11 सितम्बर 1893 को भारतीय संस्कृति को स्थापित किया
खेतड़ी नरेश राजा अजीत सिंह को पुत्र प्राप्ति हुई और तब उन्हें स्वामीजी का ध्यान आया। वे बेचैन हो गए, उन्होंने दीवान जी को कहा कि दीवान जी बहुत बड़ी भूल हो गयी है। मैं स्वामी जी को ही विस्मृत कर बैठा। लेकिन अब पुत्र जन्मोत्सव तभी मनाऊँगा जब स्वामी यहाँ आएंगे। आप पता लगाएं […]
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