अजित गुप्ता का कोना

साहित्‍य और संस्‍कृति को समर्पित

पहल करो – खेल तुम्हारा होगा

आओ आज खेल की ही बात करें। हम भी अजीब रहे हैं, अपने आप में। कुछ हमारा डिफेक्ट और कुछ हमारी परिस्थितियों का या भाग्य का। हम बस वही करते रहे जो दुनिया में अमूमन नहीं होता था। हमारा भाग्य भी हमें उसी ओर धकेलता रहा है। हमारी लड़की बने रहने की चाहत लम्बे समय […]

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